बाड़मेर के रामसर में मिला 31 सालों से दफन रेलवे स्टेशन

 


राजस्थान  के रामसर में 31 सालों से  दफ़न रेलवे स्टेशन आंधियों के कारण फिर से दिखने लगा है, बाड़मेर-मुनाबाव रेलवे मार्ग पर बसे खड़ीन नामक गांव में यह स्टेशन आजादी से पहले बनाया गया था |

समय के साथ यह स्टेशन पूरी तरह रेत में समा गया था, रेतीली आंधियों ने इसे पूरी तरह अपनी आगोश में ले लिया था फिर धीरे-धीरे आंधियों ने रेत को फिर से उड़ाना शुरू किया और स्टेशन की छत फिर से नजर आने लगी|

15 फीट ऊंचाई वाला रेलवे स्टेशन का भवन 1976 में रेत में दबना शुरू हुआ था और 1990 आते-आते पूरी तरह यह रेत में समा गया, इसके साथ साथ चार आवास भी रेत में समा गए |

आजादी से पहले यहां जोधपुर से कराची और  सादीपल्ली पाकिस्तान तक ट्रेन चला करती थी, आजादी के बाद या बंटवारे के बाद यह रेल मार्ग बंद कर दिया गया|

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